दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों को 7 संसदीय सीटों में बांटकर भास्कर ने ग्राउंड रिपोर्ट शुरू कर रहा है। इसमें चांदनी चौक सीट नंबर-एक है। इस सबसे कम मतदाता 16,04,296 वोट वाली सीट की दस विधानसभा में से चार सीटें मुस्लिम बाहुल्य हैं। मतदाताओं के हिसाब से सबसे छोटी संसदीय सीट के 10 विधायकों में से दो मंत्री होते हैं। कांग्रेस के शासनकाल में आदर्श नगर से मंगतराम सिंघल, आप के शासनकाल में इमरान हुसैन और सत्येंद्र जैन को मंत्री बनाया गया जबकि पूरी दिल्ली में मुख्यमंत्री सहित 7 ही मंत्री बनाए जाते हैं। पहली विस में इसी संसदीय सीट के शालीमार बाग से जीते साहिब सिंह वर्मा पहले मंत्री और बाद में मुख्यमंत्री बने। राजधानी में नागरिकता कानून, एनआरसी के खिलाफ मुस्लिम जामा मस्जिद, तुर्कमान गेट, इंद्रलोक में धरना दे रहे हैं। सबसे पहले दैनिक भस्कर संवाददाता उन्हीं सीटों पर पहुंचे। यहां मुस्लिमों में अभी आप और कांग्रेस को लेकर सीधे तौर पर किसको वोट करेंगे, इसका फैसला करने में कई जगह वोटर विशेष कर मुस्लिम वोटर दुविधा में दिखे। हिंदू क्षेत्र में आप की फ्री बिजली-पानी और नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विवाद के बीच लोग बंटे दिखाई दिए।इन क्षेत्रों में भी वोट अभी दुविधा में ही है। दैनिक भास्कर ने सभी दस सीटों पर प्रत्याशियों के चुनावी जंग और उनके दमखम को परखा।
पेश है रिपोर्ट:
बल्लीमारान :
बल्लीमारान सीट से मंत्री इमरान हुसैन मैदान में हैं और पूर्व मंत्री व 5 बार विधायक रहे हारून यूसुफ मुकाबले में खड़े हैं। भाजपा ने यहां पूर्व विधायक मोतीलाल सोढ़ी की बहू लता को टिकट दिया है। मुकाबला यहां वर्तमान मंत्री व पूर्व मंत्री के बीच ही है। मुस्लिम 38 फीसदी हैं। इसी सीट पर अनाज मंडी का अग्निकांड हुआ था। जहां आग लगी, उस गली में ज्यादातर फैक्ट्री हटा दी गई और मजदूर चले गए हैं। यहां चाय की दुकान चलाने वाले विजय अग्रवाल कहते हैं कि अभी तक तीनों में से किसी पार्टी का प्रत्याशी वोट मांगने नहीं आया। लेकिन आग सेकते वहीं के कुछ व्यापारियों ने कहा, पूर्व मंत्री तो यहां आते भी नहीं हैं। यहां 38 फीसदी मुस्लिम हैं।
शकूरबस्ती :
शकूरबस्ती सीट पर मंत्री सत्येंद्र जैन के मुकाबले दो बार के पूर्व विधायक डॉ. एस.सी वत्स और कांग्रेस ने स्थानीय देवराज अरोड़ को उतारा है। मूल्तानी मोहल्ला से अरोड़ा को बिरादरी के वोट मिलने की बात कही जा रही है तो डॉ. वत्स को शकूरबस्ती की झुग्गी में प्रभाव और सालों में डॉक्टर की दुकान चलती है तो इसका प्रभाव भी बता रहे हैं। मंत्री के मुकाबले दोनो प्रत्याशी अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं। राधा किशन टेलर की दुकान पर चर्चा की तो सामने आया कि पटरियों पर कब्जा, ट्रैफिक जाम की दिक्कत पैदा हो गई है। मंत्री को रेहड़ी पटरी वाले वोट करेंगे तो कालोनी वाले परेशानी
भी दिखाएंगे।
त्रिनगर :
पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की पत्नी को अंतिम टाइम पर टिकट बदलकर दिया गया। इलाके में होर्डिंग भी अरविंद केजरीवाल की फोटो के साथ जितेंद्र सिंह तोमर की फोटो और अपना नाम प्रीति जितेंद्र तोमर लिखकर लगाया हुआ है। भाजपा ने व्यवसायी को उतारा है तो कांग्रेस ने 1993 में चुनाव हारने वाले कमलकांत शर्मा को उतारा है। यहां मोहल्ला क्लीनिक बनवाए हैं जिसमें श्रीनगर में नाले पर मोहल्ला क्लीनिक बंद पड़ा है। नाले पर बना दिया जिससे लोगों ने आपत्ति दर्ज करवाई और फिर व्यवस्था में मोहल्ला क्लीनिक खुल नहीं पाया। विजय और वहां मौजूद ग्राहकों में लंबी बहस चली जिसमें फ्री बनाम शाहीन बाग प्रदर्शन में जंग छिड़ती दिखी।
चांदनी चौक :
चांदनी चौक में त्रिकोणीय मुकाबला दिखा। यहां आप और कांग्रेस के पाला बदले प्रत्याशी हैं। पूर्व विधायक अलका लांबा को लेकर जामा मस्जिद के पास मेराज खालीद कहते हैं मुकाबले में है। तो वहीं सिविल लाइंस में सीएम निवास से 200 मीटर की दूरी पर चाय की दुकान चलाने वाले विजय कहते हैं, केजरीवाल ने खूब काम किया। भाजपा वाले तो पटरी वालों को हटवा देते हैं। वहीं खड़े बुजुर्ग ने कहा अस्पताल भी अच्छे हो गए हैं। आप व कांग्रेस के बीच मुकाबला बनने की वजह से तीसरी बार उतारे गए भाजपा प्रत्याशी मुकाबले में हैं। सौंदर्यीकरण में देरी पर सवाल लोग जरूर पूर्व विधायक से पूछ रहे हैं। चांदनी चौक में 20 फीसदी मुस्लिम हैं।
आदर्श नगर :
ये सीट भाजपा 1993 और 2013 में जीती है। कांग्रेस प्रत्याशी वैश्य समाज से जुड़े मंगतराम सिंघल तीन बार विधायक रहे जिन्हें शीला दीक्षित सरकार में मंत्री बनाया गया। 2015 में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश गोयल भी प्रत्याशी थे जो तीसरे नंबर पर रहे जबकि भाजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे। अबकी बार भाजपा ने प्रत्याशी बदलकर उतारा जबकि आप ने विधायक पवन शर्मा को फिर मौका दिया है।
वजीरपुर :
ये सीट तीन बार कांग्रेस, दो बार भाजपा और एक बार आप के पास रही है। कांग्रेस पिछले दोनो चुनाव में तीसरे नंबर पर रही है। जिसकी वजह से प्रत्याशी बदला। भाजपा ने एक बार जीते और एक बार हारे प्रत्याशी को ही मौका दिया है। जबकि आम आदमी पार्टी ने विधायक को फिर मौका दिया। 2013 में आप ने यहां से प्रवीण कुमार को उतारा था जो दूसरे नंबर पर रहे थे। 14 प्रत्याशी जिसमें कोइ महिला नहीं।
शालीमार बाग :
6 चुनाव में से 4 बार ये सीट भाजपा की झोली में गई है। पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा यहां से 1993 में विधायक बने थे। 2013 और 2015 में आप की वंदना कुमारी ने सीट जीती। पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रेखा गुप्ता 11 हजार मतों से हारी थीं। कांग्रेस को 2013 में 14.6 फीसदी व 2015 में महज 2.66 फीसदी वोट मिले थे। 12 प्रत्याशी हैं जिसमें सबसे अधिक 5 महिलाएं हैं।
मटिया महल:
कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी फिसल रहे हैं। यहां हाथ छोड़कर झाड़ू थामने वाले शोएब इकबाल को लेकर लोग आश्वस्त हैं। बेटा एक वार्ड से दूसरी बार पार्षद है और खुद पांच बार विधायक रहे हैं। हौज काजी में बिगड़े महौल और तुर्कमान गेट के पास नागरिकता कानून के विरोध के बीच कांग्रेस को लेकर मुस्लिम वोटर्स का रुख आप की तरफ दिखा। हालांकि हर तरफ से यही आवाज थी कि अभी चुनाव में बहुत कुछ बाकी है।
मॉडल टाउन:
मॉडल टाउन में भाजपा ने करावल नगर से पूर्व विधायक कपिल मिश्रा को उतारा है। यहां पॉश इलाका है तो लाल बाग की झुग्गी और संगम पार्क पुनर्वास कालोनी व झुग्गी भी है। संगम पार्क के प्रवेश पर अखिलपति त्रिपाठी का प्रचार बोर्ड लगा मिला तो भाजपा की होर्डिंग में पीएम नरेंद्र मोदी और धारा 370, सर्जिकल स्ट्राइक और नागरिकता कानून की बात थी। चंद्रावल गांव के प्रवेश पर कीचड़ थी, यहां राज पप्पी खारी ने कहा कि अभी कोई मन लोगों ने नहीं बनाया। एक तरफ की कोई हवा नहीं है।
सदर बाजार:
सदर बाजार से गुजर रहे थे तो पहले न्यू रोहतक रोड से गड्ढे में गाड़ी घुसी और फ्लाईओवर पर खड़े अजय भाटी से पूछा कि ये हाल क्यों है। तो भाटी ने कहा- तीन चार महीने से यही हाल है। नजदीक में नेहरु नगर की झुग्गी है। चुनाव में बंट रहा है। कुछ मोदी जी को वोट करेंगे तो कुछ अरविंद केजरीवाल के नाम पर केंद्र तक जाएंगे। आदर्श नगर में 1997 से लगातार पार्षद कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश गोयल व रोटी बैंक चलाने वाले भाजपा प्रत्याशी राजेश भाटिया मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं तो शालीमार बाग में रेखा गुप्ता मुकाबले में है। आदर्श नगर में आ प्रत्याशी के लिए मुकाबला आसान नहीं है।
इन आंकड़ों से समझिए चुनावी गणित
- बल्लीमारान: 2015 में आप के इमराज हुसैन विजयी रहे। यहां 9 प्रत्याशी मैदान में हैं
- शकूरबस्ती : भाजपा प्रत्याशी डॉ. एससी वत्स 2 बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहे।
- मटिया महल: आप प्रत्याशी शोएब इकबाल अलग-अलग दलों के टिकट पर 1993 से 2013 तक विधायक रहे हैं।
- त्रिनगर: इस सीट पर 8 प्रत्याशी हैं,बसपा और आप ने महिला प्रत्याशी उतारी है।
- मॉडल टाउन: इस सीट पर एक महिला सहित आठ प्रत्याशी हैं।